उदारवाद के अनुसार राज्य के कार्यों का वर्णन कीजिए। Udaarvaad ke anusaar rajya ke karyon ka varnan kijiye
सवाल: उदारवाद के अनुसार राज्य के कार्यों का वर्णन कीजिए।
उदारवाद एक आदर्शवादी दृष्टिकोण है जो राज्य के कार्यों के विशेष महत्व को स्वीकार करता है। उदारवाद के अनुसार, राज्य का मुख्य उद्देश्य समाज कल्याण और सर्वांगीण विकास होता है। इस दृष्टिकोण के अनुसार, राज्य के कार्यों का उद्देश्य व्यक्तियों के जीवन की गुणवत्ता, समृद्धि, और सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करना होता है।
उदारवाद के अनुसार, राज्य के कार्यों का एक महत्वपूर्ण पहलु न्यायपूर्णता और सामाजिक समानता की स्थापना होती है। यह न्याय के सिद्धांतों, मूल्यों और अधिकारों के प्रति समर्पित होता है। राज्य के कार्यों का उदारवादी उद्देश्य समाज के सभी सदस्यों की आर्थिक, सामाजिक, और मानसिक सुख सुविधा को सुनिश्चित करना है।
उदारवाद के अनुसार, राज्य के कार्यों का विकास-केंद्रित लक्ष्य समृद्धि, वैश्विक सुख, और सम्पूर्ण समाज के प्रगति को होता है। इसे अर्थव्यवस्था के माध्यम से, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास,रोजगार, प्रदूषण नियंत्रण, और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में सशक्त नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से साधा जाता है।
इस प्रकार, उदारवादी दृष्टिकोण के अनुसार, राज्य के कार्यों का महत्वपूर्ण उद्देश्य समाज कल्याण, सामाजिक समानता, और समृद्धि होता है। यह एक ऐसी दृष्टि है जो सभी व्यक्तियों के विकास और प्रगति को प्राथमिकता देती है और एक इंस्टीट्यूशनल ढांचे के माध्यम से समाज को समृद्ध और स्थायी बनाने का प्रयास करती है।
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