आवारा मसीहा किस विधा की रचना हैं?
आवारा मसीहा विष्णु प्रभाकर जी द्वारा रचित एक ऐसी पुस्तक है जिसमे कई तरह के नज़ारे दिखाई देते है जिसमे जीवन, संस्मरण, रेखाचित्र, कहानी, नाटक, यात्रा और भी बहुत कुछ है जो की काफी लुभावनी पुस्तक मानी जाती है। ‘आवारा मसीहा ’ गौरव-ग्रंथ का प्रकाशन 1974 में हुआ था। अब बात कर लेते परीक्षा में पूछे गए सवाल की वो था की "आवारा मसीहा किस विधा की रचना हैं?" तो नि:संदेह जीवनी विधा ही है।
विष्णु प्रभाकर जी के बारे में अगर आप जानने में रूचि रखते है। तो बता दे की उनका जन्म मीरानपुर में हुआ जो की उत्तरप्रदेश का एक क़स्बा है। इनके पिताजी का नाम दुर्गा प्रसाद एवं माता जी का नाम महादेवी है। इनको कई सारे अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया है जिनमे से प्रमुख है महापंडित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार, पद्म भूषण और साहित्य अकादमी पुरस्कार। उनकी मृत्यु 11 अप्रैल 2009 नई दिल्ली में हुआ।
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