नारी सशक्तिकरण का महत्व | Importance of women empowerment in Hindi
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नमस्कार दोस्तों, लोगों ने सवाल पूछा की नारी सशक्तिकरण का महत्व क्या है, और क्यों आज हमारे देश के लिए ये एक जरुरी मुद्दा है। और क्यों भारत और बहुत सारे देशो में आज भी महिलाओ के सशक्तिकरण सिर्फ एक कहने भर की बात है, बल्कि सच्चाई बिलकुल कुछ और ही है। आप जानते है की ये बात आपने आज ही नहीं मेरे लेख में पढ़ी, बल्कि ये हर रोज हमारे देश और बाहरी देशो की सुर्खियों में आती रहती है।
नारी सशक्तिकरण का महत्व होता है समाज में महिलाओं के लिए इज्जत, समानता, विकास, आजादी, अधिकार जो कभी ख़त्म ना किये जाए तो इस महत्व को कहते है नारी सशक्तिकरण। लेकिन ये अभी तक हमारे देश के लिए काफी दूर बात है। क्योंकि इसको लेकर लोगो में वो ऊर्जा अभी नहीं आती, जितनी ऊर्जा हम गुस्से में अपनी बेटी पर घर थोड़ा लेट आने पर निकाल देते है।
बात बिलकुल साधारण से वाक्य से करते की अगर नारी सशक्तिकरण करने का दावा अगर सरकार कर रही है, तो किन कारणों की वजह से इसका कार्यान्वयन नहीं हो रहा है। और अगर में इसका जवाब दू तो उसके पीछे का कारण भारत की अधिकतर आबादी जो गाँवों में रहती है उसको सही ढंग से एक अच्छा प्रशिशक्षण, सुविधा प्रदान ना करना है। क्योंकि हुनर वहा ज्यादा है, जो सिर्फ छिपता है, ना की छप जाता है।
आज सत्तर - पिछेतर साल होने को आये हमारे देश को आजादी प्राप्त किये, अगर सरकार सिर्फ नारी सशक्तिकरण के सिर्फ नाम भर के अभियान, योजनाओ को छोड़कर। पुरे समाज के लिए योगदान ना करने पर एक कठोर नियम लगा देती तो आज हम कही और होते है, कड़वी दवा सदा काम आती है।
हालांकि, बीच-बीच में बहुत सारे नारी सशक्तिकरण के लिए उदाहरण देखने को मिलते है, जैसे की: इस व्यक्ति ने एक दिन के लिए अपना सरपच का पर इस बिटिया को दे दिया, एक प्रिन्सिपल ने एक दिन ने लिए टॉपर को अपने स्कूल का प्रिंसिपल बना दिया आदि। लेकिन में इन सब को काफी मामूली मान सकता हूँ, क्योंकि जहा आपने अगर किसी की छोटी सी सफलता की तारीफे कर दी तो फिर लक्ष्य कई खोने की कगार में चला जाता है। चला भी गया है शायद 70 साल जो हो गए।
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