हमारी सांस्कृतिक एकता निबंध का मूल भाव क्या है? Hamari sanskritik ekta nibandh ka mul bhav kya hai
सवाल: हमारी सांस्कृतिक एकता निबंध का मूल भाव क्या है?
हमारी सांस्कृतिक एकता निबंध का मूल भाव यह है की हमें अनेक विविधता में भी एकता को बनाये रखना चाइये। सभी धर्म पंथ के लोगों को आपस में जोड़कर रखना चाइये, इसके लिए सबको एक दूसरे के विभिन्न विचारों और विचारधाराओं का सम्मान करना चाइये। इस बात से तो आप भी अवगत होंगे की लोगों को विघटित करना काफी आसान होता है, लेकिन इन सब मतभेदों के बाद भी एकता होनी चाइये। और अगर हम ऐसा करने में सफल रहते है तो हमें कोई भी हमारी सांस्कृतिक की एकता को खंडित नहीं कर पायेगा। खासकर हमें एकता और विवधता का पालन स्कूलों, कॉलेजों, कार्यस्थलों, सार्वजनिक स्थानों में अवश्य ही करना चाइये।
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