नाटक से क्या तात्पर्य है? Naatak se kya taatpary hai?
सवाल: नाटक से क्या तात्पर्य है?
नाटक शब्द का अर्थ अभिनय से लिया जा सकता है। नाटक एक काव्य का रूप है जो कि दृश्य काव्य के अंतर्गत आता है। नाटक श्रवण द्वारा ही नहीं बल्कि दृष्टि द्वारा भी दर्शकों और श्रोताओं का मनोरंजन करता है। नाटक को नाट्य शास्त्र में लेखन और मंचन की मूल प्रेरणा माना गया है। प्रत्येक नाटक में कुछ पात्र होते हैं जो नाटक में मुख्य भूमिकाएं अदा करते हैं नाटक का मुख्य पात्र नायक कहलाता है। भारतीय परंपरा के अनुसार नायक को सुंदर ,विनय ,कुशल ,शालीनवान होना चाहिए।
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