संधि और समास में अंतर स्पष्ट करें? Sandhi aur Samas mein antar spasht karen
सवाल: संधि और समास में अंतर स्पष्ट करें?
संधि और समास दोनों ही संस्कृत व्याकरण के महत्वपूर्ण अवयव हैं, लेकिन इन दोनों में अंतर है। नीचे दिए गए विवरण में इस अंतर को स्पष्ट किया गया है:
संधि:
- संधि संस्कृत व्याकरण में ध्वनि और शब्दों के संयोजन का नियमित रूप है।
- संधि का उद्देश्य वाक्य में शब्दों के मेल को सुव्यवस्थित करना है।
- संधि में शब्दों के अंतर्गत ज्ञात नियमों के अनुसार विभिन्न ध्वनियों और शब्दों के संयोजन की प्रक्रिया होती है।
- उदाहरण के रूप में, "गच्छति" शब्द में "गच्छ" और "अति" शब्द का संयोजन है, जो संधि के एक उदाहरण है।
समास:
- समास संस्कृत व्याकरण में शब्दों के संयोजन का एक विशेष रूप है।
- समास का उद्देश्य एक नया शब्द बनाना है जो दो या दो से अधिक शब्दों का मिलाजुलाव होता है।
- समास में एक मुख्य पद (पूर्वपद) और एक गौण पद (उत्तरपद) होते हैं, जो एक साथ मिलकर एक नया शब्द बनाते हैं।
- उदाहरण के रूप में, "गुरुदक्षिणा" शब्द में "गुरु" और "दक्षिणा" शब्द का संयोजन है, जो समास का एक उदाहरण है।
इस तरह, संधि और समास दोनों ही व्याकरणिक अवयव हैं, लेकिन इनमें उनका उद्देश्य और प्रक्रिया में अंतर होता है। संधि ध्वनि और शब्दों के संयोजन को संवारती है, जबकि समास दो या अधिक शब्दों को एक करके एक नया शब्द बनाता है।
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