हालावाद के अभिव्यंजनात्मक पक्ष पर टिप्पणी लिखिए? Halavad ke abhivyanjanatmak paksh par tippani likhiye
Related:
- किस मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण आता है? Kis mantralay ke tahat rashtriya aapda pradhikaran aata hai
- भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का अध्यक्ष कौन होता है? Bhartiya rashtriya aapda prabandhan pradhikaran ka adhyaksh kon hota hai
- कर्म के सभी प्रकारों का वर्णन कीजिए? Karm ke sabhi parkar ka varnan kijiye
सवाल: हालावाद के अभिव्यंजनात्मक पक्ष पर टिप्पणी लिखिए?
हालावाद के अभिव्यंजनात्मक पक्ष एक महत्वपूर्ण और प्रभावी परिप्रेक्ष्य है जो समाज में एक स्थिर और प्रगतिशील दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह संदेश देता है कि समय के साथ परिस्थितियाँ परिवर्तित होती हैं और जरूरत है कि हम नई विचारधारा और मूल्यों की ओर बढ़ें। हालावादी सोच की प्राथमिकता समानता, न्याय, मानवाधिकार, सामरिकता और विकास को सबसे महत्वपूर्ण मानती है। इसे एक सामरिक और सहभागी समाज की नींव माना जाता है, जहां हर व्यक्ति का अधिकार है अपने योग्यता और प्रयासों के आधार पर सफलता की प्राप्ति करने का।
हालावादी पक्ष उच्चतम मानविकी और वैज्ञानिक तत्वों के अनुसरण करता है और नवाचारों के प्रोत्साहन में नए रास्ते खोजने की प्रेरणा देता है। इस दृष्टिकोण के तहत, हमारे समाज में जातिवाद, लिंगभेद, जातिवाद, धार्मिक अन्धविश्वास और स्थानिकता जैसे अवरुद्ध तत्वों का खंडन करना चाहिए। हमें सामाजिक और आर्थिक उत्थन के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए और एक परस्पर समर्थ समाज की निर्माण में योगदान करना चाहिए।
इस प्रकार, हालावाद का अभिव्यंजनात्मक पक्ष हमें समय के साथ बदलती दुनिया में रचनात्मकता और प्रगति को प्रोत्साहित करता है। यह हमें समाजिक और सामरिक मुद्दों पर सोचने के लिए प्रेरित करता है और एक समर्पित, संयुक्त और न्यायप्रिय समाज का निर्माण करने के लिए प्रेरित करता है। हालावादी दृष्टिकोण हमारे समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो समग्रता और प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
0 Komentar
Post a Comment