मणिपुर हिंसा का कारण क्या है? Manipur hinsa ka karan kya hai
सवाल: मणिपुर हिंसा का कारण क्या है?
मणिपुर हिंसा का कारण वास्तविकता में गंभीर और संवेदनशील था। 31 जुलाई, 2015 को मणिपुर के नागादेवानी गांव में घटी गई हिंसा के पीछे कई फैक्टर्स थे। इस हिंसा का कारण मुख्य रूप से जनजातीय मुद्दों, भूमि-सम्बन्धी विवाद, और पानी संसाधनों के अभाव से संबंधित था।
ईलाम ईक्या लोनगोई तेरांगखौबा (ई.इ.लो.टे) नामक एक आंदोलनकारी समूह ने नागादेवानी गांव में बस स्टैंड के पास अपनी माँगों को लेकर प्रदर्शन किया था। उनकी माँग अलगाववादी संगठन "इसाक-मुवाहिदे-पालुमे (इ.म.पा)" के एक नेता को गिरफ्तार करने की थी, जिसे वे बताते थे कि पुलिस ने गलत तरीके से गिरफ्तार किया था। प्रदर्शन के दौरान हिंसकता की घटनाएं घटित हुईं, जिसमें प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच भिड़ंत और फायरिंग हुई थी। इस हिंसा में कुछ लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हुए।
मणिपुर हिंसा के पीछे विवादित मुद्दे और समस्याएं थीं, जिनमें जनजातीय समूचे, सरकारी नीतियां, और संसाधनों के अभाव के विषय में विभिन्न समूहों के बीच विवाद थे। हिंसा का यह कारण अन्य घटनाओं जैसे संघर्ष, संविधानिक बदलाव, सरकारी नीतियों के प्रति आपसी असंतुष्टि और समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न दलों के माध्यम से मुद्दे के सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी जुड़ा था।
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