नलयिरा दिव्य-प्रबंधम में क्या शामिल है? Nalayira divya prabandhan me kya shamil hai
सवाल: नलयिरा दिव्य-प्रबंधम में क्या शामिल है?
नलयिरा दिव्यप्रबन्धम् (Nalayira Divya Prabandham) तमिल भाषा में लिखे गए महत्वपूर्ण वैष्णव धर्मग्रंथों का संग्रह है। यह धर्मग्रंथ वैष्णव भक्ति और पूजा के प्रमुख संग्रह है और श्री वैष्णव संप्रदाय के मान्यताओं और भक्ति पथ को प्रतिपादित करता है।
नलयिरा दिव्यप्रबन्धम् छःवीं और आठवीं शताब्दी के बीच विभिन्न वैष्णव सन्न्यासियों और भक्तों द्वारा लिखा गया था। इसमें 4000 वैष्णव भक्ति भजन (प्रबंध) हैं, जिन्हें आचार्यार्गल के नाम से भी जाना जाता है। इन प्रबंधों में प्रमुखता से श्रीमन्नारायण भगवान, भगवती लक्ष्मी और वैष्णव आचार्यों की महिमा, भक्ति और आत्मनिर्वाण की प्राप्ति के उपायों का वर्णन है।
नलयिरा दिव्यप्रबन्धम् को श्रीवैष्णव संप्रदाय के महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है। यह ग्रंथ वैष्णव संप्रदाय में पूजा, उपासना और भक्ति के संबंध में श्रद्धालुओं के लिए आदर्श मान्यताओं का स्रोत है।
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