यूरोप का मरीज किसे कहा जाता था? Europe ka marij kise kaha jata tha
सवाल: यूरोप का मरीज किसे कहा जाता था?
19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, ऑटोमन साम्राज्य को अक्सर "यूरोप का मरीज" कहा जाता था। यह नाम इस तथ्य पर आधारित था कि साम्राज्य कई समस्याओं से जूझ रहा था, जिनमें आर्थिक पिछड़ापन, जनसांख्यिकीय गिरावट, राजनीतिक अस्थिरता और सैन्य हार शामिल हैं।
साम्राज्य की आर्थिक समस्याओं में कृषि क्षेत्र में पिछड़ापन, औद्योगीकरण की कमी और विदेशी कर्ज की बढ़ती मात्रा शामिल थी। जनसांख्यिकीय गिरावट ने भी साम्राज्य को कमजोर कर दिया, क्योंकि युद्ध, बीमारी और प्रवास के कारण आबादी घट रही थी। राजनीतिक अस्थिरता ने साम्राज्य को भी परेशान किया, क्योंकि कई अलग-अलग जातीय और धार्मिक समूहों के बीच संघर्ष था। अंत में, साम्राज्य ने कई युद्धों में हार का सामना किया, जिससे इसका क्षेत्र और शक्ति का प्रभाव कम हो गया।
"यूरोप का मरीज" नाम पहली बार 1853 में ब्रिटिश पत्रकार विलियम टर्नर द्वारा इस्तेमाल किया गया था। टर्नर ने इस नाम का इस्तेमाल साम्राज्य की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने और यूरोपीय शक्तियों को साम्राज्य के विघटन से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया।
19वीं शताब्दी के अंत में, ऑटोमन साम्राज्य तेजी से विघटन के अधीन था। 1914 में, साम्राज्य प्रथम विश्व युद्ध में शामिल हो गया और हार गया। युद्ध के बाद, साम्राज्य को तुर्की गणराज्य, तुर्की साम्राज्य के उत्तराधिकारी के रूप में विभाजित किया गया।
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