इराक में ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली का वर्णन करें? Iraq mein british sanrakshan pranali ka varnan karen
सवाल: इराक में ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली का वर्णन करें?
इराक में ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली 1914 से 1932 तक चली, जब ब्रिटेन ने इराक को स्वतंत्रता दी। इस प्रणाली के तहत, इराक ब्रिटेन का संरक्षक था, जिसका अर्थ है कि ब्रिटेन इराक की विदेश नीति, सेना और अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण रखता था। ब्रिटेन ने इराक में कई संरक्षणवादी उपाय लागू किए, जिनमें शामिल हैं:
- ब्रिटिश हस्तक्षेप के अधीन एक संवैधानिक राजतंत्र की स्थापना।
- एक ब्रिटिश प्रशासक को ब्रिटिश उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त करना।
- इराक की सेना पर ब्रिटिश नियंत्रण।
- इराक की अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश नियंत्रण।
ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली को इराक के लोगों द्वारा आमतौर पर लोकप्रिय नहीं माना जाता था। कई इराकियों ने महसूस किया कि यह प्रणाली उनके देश की स्वतंत्रता को सीमित करती है। ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए, और 1920 में इराक में एक विद्रोह हुआ। विद्रोह को ब्रिटिश सेना द्वारा दबा दिया गया, लेकिन यह ब्रिटिश सरकार को इराक में अपनी संरक्षण प्रणाली को फिर से सोचने के लिए मजबूर करने में सफल रहा।
1932 में, ब्रिटेन ने आखिरकार इराक को स्वतंत्रता प्रदान कर दी। हालांकि, ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली ने इराक की राजनीति और अर्थव्यवस्था को गहराई से प्रभावित किया। इसने इराक में ब्रिटिश प्रभाव को मजबूत किया और इराक को ब्रिटिश हितों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बना दिया।
यहां ब्रिटिश संरक्षण प्रणाली के कुछ विशिष्ट पहलुओं का वर्णन किया गया है:
- संवैधानिक राजतंत्र: ब्रिटिश ने इराक में एक संवैधानिक राजतंत्र की स्थापना की, जिसमें एक राजा, एक संसद और एक प्रधान मंत्री था। हालांकि, ब्रिटेन ने राजा को नियुक्त किया और संसद और प्रधान मंत्री पर नियंत्रण रखा।
- ब्रिटिश उच्चायुक्त: ब्रिटिश ने इराक में एक ब्रिटिश प्रशासक को ब्रिटिश उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया। ब्रिटिश उच्चायुक्त इराक के मामलों पर ब्रिटिश सरकार का प्रतिनिधित्व करता था और इराक की सरकार के साथ काम करता था।
- इराक की सेना पर ब्रिटिश नियंत्रण: ब्रिटिश ने इराक की सेना पर नियंत्रण रखा। ब्रिटिश अधिकारी इराक की सेना में सेवा करते थे और इराक की सेना के संचालन पर नियंत्रण रखते थे।
- इराक की अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश नियंत्रण: ब्रिटिश ने इराक की अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण रखा। ब्रिटिश कंपनियों को इराक में निवेश करने की अनुमति थी और ब्रिटिश सरकार ने इराक के आर्थिक विकास को प्रभावित करने के लिए कई उपाय किए।
0 Komentar
Post a Comment