भारत की परमाणु नीति पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए? Bharat ki parmanu niti par sankshipt tippani likhiye
सवाल: भारत की परमाणु नीति पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए?
भारत की परमाणु नीति
भारत की परमाणु नीति तीन मुख्य सिद्धांतों पर आधारित है:
- पहले इस्तेमाल का सिद्धांत: भारत अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ तब तक नहीं करेगा जब तक कि वह देश भारत पर हमला न करे।
- गैर-पहले इस्तेमाल का सिद्धांत: भारत अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किसी भी गैर-परमाणु संपन्न देश के खिलाफ नहीं करेगा।
- परमाणु शस्त्रों के प्रसार का विरोध: भारत परमाणु शस्त्रों के प्रसार का विरोध करता है और सभी देशों से मांग करता है कि वे न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफ़रेशन ट्रीटी (NPT) की शर्तों का पालन करें।
भारत ने 1974 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया और 1998 में दूसरा परमाणु परीक्षण किया। इन परीक्षणों के बाद, भारत को एक परमाणु शक्ति के रूप में मान्यता मिली।
भारत की परमाणु नीति को लेकर कई विवाद हैं। कुछ लोगों का मानना है कि भारत को अपने परमाणु हथियारों को त्याग देना चाहिए, जबकि अन्य का मानना है कि भारत को अपने परमाणु हथियारों को बनाए रखना चाहिए ताकि वह अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों की रक्षा कर सके।
भारत की परमाणु नीति को समय के साथ विकसित किया गया है। भारत ने अपने परमाणु हथियारों को केवल आत्मरक्षा के लिए रखने का संकल्प लिया है। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किसी भी अन्य देश के खिलाफ नहीं करेगा, भले ही वह देश एक परमाणु शक्ति हो।
भारत की परमाणु नीति भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। भारत की परमाणु नीति को लेकर जारी विवादों के बावजूद, भारत ने अपने परमाणु हथियारों को बनाए रखने का संकल्प लिया है।
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