बिजोलिया किसान आंदोलन की प्रमुख घटनाओं का वर्णन कीजिए? Bijoliya kisan andolan ki pramukh ghatnao ka varnan kijiye
सवाल: बिजोलिया किसान आंदोलन की प्रमुख घटनाओं का वर्णन कीजिए?
बिजोलिया किसान आंदोलन राजस्थान के मेवाड़ राज्य में किसानों द्वारा अत्यधिक लगान और अन्य शोषणों के खिलाफ किया गया एक ऐतिहासिक आंदोलन था। यह आंदोलन 1897 में शुरू हुआ और 1941 में समाप्त हुआ।
आंदोलन की प्रमुख घटनाएं निम्नलिखित हैं:
- 1897: बिजोलिया जागीर के किसानों ने अत्यधिक लगान के खिलाफ विद्रोह किया।
- 1901: विद्रोहियों ने बिजोलिया जागीरदार के महल पर हमला किया और उसे आग लगा दी।
- 1902: सरकार ने विद्रोह को दबाने के लिए सेना भेजी।
- 1903: विद्रोहियों ने मेवाड़ के अन्य जिलों में भी विद्रोह फैलाया।
- 1904: सरकार ने विद्रोहियों के साथ समझौता किया और कुछ रियायतें दीं।
- 1918: विद्रोहियों ने फिर से विद्रोह किया।
- 1923: विद्रोहियों ने मेवाड़ के मुख्यमंत्री के साथ समझौता किया।
- 1941: आंदोलन समाप्त हुआ।
आंदोलन के प्रमुख नेता थे:
- फतेहकरण चारण
- सीताराम दास
- विजय सिंह पथिक
- माणिक्यलाल वर्मा
आंदोलन के प्रमुख परिणाम थे:
- मेवाड़ राज्य में किसानों की स्थिति में कुछ सुधार हुआ।
- आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया।
बिजोलिया किसान आंदोलन एक महत्वपूर्ण आंदोलन था जिसने भारतीय किसानों के जीवन को प्रभावित किया। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का भी एक हिस्सा था।
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