तापमान के वितरण को नियंत्रित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए? Tapman ke vitran ko niyantrit karne vale karko ka varnan kijiye


सवाल: तापमान के वितरण को नियंत्रित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए?

पृथ्वी पर तापमान का वितरण क्षैतिज और लंबवत दोनों रूप से भिन्न होता है। क्षैतिज वितरण में, विषुवत रेखा के आसपास का तापमान सबसे अधिक होता है और ध्रुवों के आसपास का तापमान सबसे कम होता है। लंबवत वितरण में, सतह के पास का तापमान सबसे अधिक होता है और ऊपर की ओर बढ़ने पर तापमान कम होता जाता है।

तापमान के वितरण को नियंत्रित करने वाले कारकों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • अक्षांश: अक्षांश तापमान के वितरण का सबसे महत्वपूर्ण कारक है। विषुवत रेखा के आसपास, सूर्य की किरणें अधिक सीधी आती हैं और अधिक ऊर्जा प्रदान करती हैं। ध्रुवों के पास, सूर्य की किरणें अधिक तिरछी आती हैं और कम ऊर्जा प्रदान करती हैं।
  • समुद्र से दूरी: समुद्र से दूरी भी तापमान के वितरण को प्रभावित करती है। समुद्र सतह से ऊष्मा को अवशोषित और विकिरण करता है, जिससे तटीय क्षेत्रों में तापमान स्थिर रहता है। समुद्र से दूरी बढ़ने पर, तटीय प्रभाव कम हो जाता है और तापमान अधिक भिन्न होता है।
  • ऊंचाई: ऊंचाई भी तापमान के वितरण को प्रभावित करती है। ऊंचाई बढ़ने पर, वातावरण में गैसों की मात्रा कम होती जाती है, जिससे ऊष्मा को अवशोषित और विकिरण करने की क्षमता कम हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप, ऊंचाई बढ़ने पर तापमान कम होता जाता है।
  • महासागरीय धाराएँ: महासागरीय धाराएँ भी तापमान के वितरण को प्रभावित करती हैं। गर्म धाराएँ समीपवर्ती ठंडे स्थल भाग का तापमान बढ़ा देती हैं और ठंडी धाराएँ समीपवर्ती गर्म स्थल भाग का तापमान घटा देती हैं।
  • पवनें: पवनें भी तापमान के वितरण को प्रभावित करती हैं। गर्म हवाएं ठंडी हवाओं की तुलना में कम घनी होती हैं और इसलिए वे ऊपर उठती हैं। इससे ठंडी हवाएँ नीचे की ओर आती हैं और तापमान में भिन्नता पैदा होती है।

इन कारकों के प्रभाव को निम्नलिखित उदाहरणों द्वारा समझा जा सकता है:

  • विषुवत रेखा पर, सूर्य की किरणें अधिक सीधी आती हैं और अधिक ऊर्जा प्रदान करती हैं। इसलिए, विषुवत रेखा पर तापमान सबसे अधिक होता है।
  • ध्रुवों पर, सूर्य की किरणें अधिक तिरछी आती हैं और कम ऊर्जा प्रदान करती हैं। इसलिए, ध्रुवों पर तापमान सबसे कम होता है।
  • समुद्र तट पर, समुद्र से ऊष्मा का अवशोषण होता है, जिससे तटीय क्षेत्रों में तापमान स्थिर रहता है।
  • ऊंचाई बढ़ने पर, वातावरण में गैसों की मात्रा कम होती जाती है, जिससे ऊष्मा को अवशोषित और विकिरण करने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए, ऊंचाई बढ़ने पर तापमान कम होता जाता है।
  • गर्म धाराएँ समीपवर्ती ठंडे स्थल भाग का तापमान बढ़ा देती हैं। उदाहरण के लिए, गल्फ स्ट्रीम यूरोप के तटों को गर्म करती है।
  • ठंडी धाराएँ समीपवर्ती गर्म स्थल भाग का तापमान घटा देती हैं। उदाहरण के लिए, लैब्राडोर धारा पूर्वी कनाडा के तटों को ठंडा करती है।

तापमान के वितरण का अध्ययन जलवायु विज्ञान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। तापमान के वितरण को समझने से हमें जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है।

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