हड़प्पा सभ्यता के धार्मिक जीवन पर प्रकाश डालिए? Hadappa sabhyata ke dharmik jivan par prakash par daaliye
सवाल: हड़प्पा सभ्यता के धार्मिक जीवन पर प्रकाश डालिए?
हड़प्पा सभ्यता के लोग प्रकृति पूजक थे। वे अनेक देवी-देवताओं की पूजा करते थे, जिनमें प्रमुख थे:
- मातृदेवी: हड़प्पा सभ्यता में मातृदेवी की पूजा सबसे प्रमुख थी। मातृदेवी को प्रजनन, कृषि, और समृद्धि की देवी माना जाता था। मातृदेवी की मूर्तियों में उन्हें अक्सर स्तनपान करते हुए या एक बच्चे को गोद में लिए हुए दिखाया जाता है।
- पशु देवता: हड़प्पा सभ्यता में पशुओं की भी पूजा की जाती थी। इनमें प्रमुख थे बैल, गाय, हाथी, और सांप। बैल को शक्ति और प्रजनन की देवी माना जाता था। गाय को पवित्र माना जाता था और उसकी पूजा की जाती थी। हाथी को शक्ति और धन की देवी माना जाता था। सांप को पवित्र माना जाता था और उसकी पूजा की जाती थी।
- वृक्ष: हड़प्पा सभ्यता में वृक्षों की भी पूजा की जाती थी। इनमें प्रमुख थे पीपल, बरगद, और आम। पीपल को पवित्र माना जाता था और उसकी पूजा की जाती थी। बरगद को ज्ञान और बुद्धि की देवी माना जाता था। आम को समृद्धि और उर्वरता की देवी माना जाता था।
हड़प्पा सभ्यता के लोग अपने धार्मिक अनुष्ठानों में विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का उपयोग करते थे। इनमें प्रमुख थे:
- मूर्तियां: मातृदेवी की मूर्तियों के अलावा, हड़प्पा सभ्यता में अन्य देवी-देवताओं की भी मूर्तियाँ मिली हैं। इन मूर्तियों का उपयोग पूजा के लिए किया जाता था।
- मुद्राएं: हड़प्पा सभ्यता में विभिन्न प्रकार की मुद्राएं मिली हैं। इन मुद्राओं पर विभिन्न देवी-देवताओं और पशुओं के चित्र अंकित हैं। इन मुद्राओं का उपयोग व्यापार और धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता था।
- अतिवेधन: हड़प्पा सभ्यता में विभिन्न प्रकार के अतिवेधन मिले हैं। इन अतिवेधनों का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता था।
हड़प्पा सभ्यता के लोग अपने धार्मिक अनुष्ठानों में संगीत और नृत्य का भी उपयोग करते थे। इन अनुष्ठानों का आयोजन अक्सर त्योहारों और विशेष अवसरों पर किया जाता था।
हड़प्पा सभ्यता के धार्मिक जीवन के बारे में हमारी जानकारी सीमित है। यह जानकारी हमें खुदाई से प्राप्त पुरातात्विक अवशेषों से मिलती है। हालांकि, इन अवशेषों से यह स्पष्ट है कि हड़प्पा सभ्यता के लोग एक समृद्ध और जटिल धार्मिक जीवन जीते थे।
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