प्रकाश विद्युत प्रभाव के नियम लिखिए? Prakash vidyut prabhav ka niyam likhiye
सवाल: प्रकाश विद्युत प्रभाव के नियम लिखिए?
प्रकाश-विद्युत प्रभाव के चार नियम निम्नलिखित हैं:
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव के लिए एक न्यूनतम आवृत्ति (threshold frequency) होती है। यदि आपतित प्रकाश की आवृत्ति इस न्यूनतम आवृत्ति से कम होती है, तो प्रकाश-विद्युत प्रभाव नहीं होता है।
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव में उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा आपतित प्रकाश की आवृत्ति के समानुपाती होती है।
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव में उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की संख्या आपतित प्रकाश की तीव्रता के समानुपाती होती है।
- प्रकाश-विद्युत प्रभाव में उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों का समय-विलंब शून्य होता है।
इन नियमों को अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1905 में प्रकाश की क्वांटम प्रकृति के आधार पर समझाया। आइंस्टीन के अनुसार, प्रकाश ऊर्जा के छोटे पैकेटों के रूप में होता है, जिन्हें फोटॉन कहते हैं। प्रत्येक फोटॉन की ऊर्जा उसकी आवृत्ति के समानुपाती होती है। जब एक फोटॉन किसी धातु की सतह पर टकराता है, तो वह धातु के एक इलेक्ट्रॉन को उत्सर्जित कर सकता है। उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा उस फोटॉन की ऊर्जा के बराबर होती है, जिससे वह उत्सर्जित हुआ था, घटाकर धातु के कार्यफलन की ऊर्जा।
प्रकाश-विद्युत प्रभाव का उपयोग कई प्रकार के उपकरणों में किया जाता है, जैसे फोटोवोल्टिक सेल, फोटोडायोड, और फोटोमल्टिप्लायर।
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