बहिःस्रावी ग्रंथियों और अंतःस्रावी ग्रंथियों में अन्तर स्पष्ट करें।
Thursday, March 14, 2024
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सवाल: बहिःस्रावी ग्रंथियों और अंतःस्रावी ग्रंथियों में अन्तर स्पष्ट करें।
बहिःस्रावी ग्रंथियों और अंतःस्रावी ग्रंथियों में अंतर:
विशेषता | बहिःस्रावी ग्रंथियाँ | अंतःस्रावी ग्रंथियाँ |
---|---|---|
उत्पादन | एंजाइम, श्लेष्मा, पसीना, आदि | हार्मोन |
स्राव | नलिकाओं के माध्यम से शरीर के बाहर | सीधे रक्तप्रवाह में |
कार्य | पाचन, श्वसन, उत्सर्जन, आदि | शरीर के विभिन्न कार्यों का विनियमन |
उदाहरण | लार ग्रंथि, यकृत, अग्न्याशय | थायरॉयड ग्रंथि, अधिवृक्क ग्रंथि, पिट्यूटरी ग्रंथि |
बहिःस्रावी ग्रंथियाँ:
- ये ग्रंथियाँ एंजाइम, श्लेष्मा, पसीना, आदि जैसे विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थों का उत्पादन करती हैं।
- इन ग्रंथियों का स्राव नलिकाओं के माध्यम से शरीर के बाहर निकलता है।
- ये ग्रंथियाँ पाचन, श्वसन, उत्सर्जन, आदि जैसे विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- इन ग्रंथियों के कुछ उदाहरणों में लार ग्रंथि, यकृत, अग्न्याशय, आदि शामिल हैं।
अंतःस्रावी ग्रंथियाँ:
- ये ग्रंथियाँ हार्मोन नामक रासायनिक पदार्थों का उत्पादन करती हैं।
- इन ग्रंथियों का स्राव सीधे रक्तप्रवाह में जाता है।
- ये ग्रंथियाँ शरीर के विभिन्न कार्यों का विनियमन करती हैं जैसे कि विकास, चयापचय, प्रजनन, आदि।
- इन ग्रंथियों के कुछ उदाहरणों में थायरॉयड ग्रंथि, अधिवृक्क ग्रंथि, पिट्यूटरी ग्रंथि, आदि शामिल हैं।
अंतर:
- बहिःस्रावी ग्रंथियाँ एंजाइम और श्लेष्मा जैसे तरल पदार्थों का उत्पादन करती हैं, जबकि अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हार्मोन का उत्पादन करती हैं।
- बहिःस्रावी ग्रंथियों का स्राव नलिकाओं के माध्यम से शरीर के बाहर निकलता है, जबकि अंतःस्रावी ग्रंथियों का स्राव सीधे रक्तप्रवाह में जाता है।
- बहिःस्रावी ग्रंथियाँ पाचन, श्वसन, उत्सर्जन, आदि जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जबकि अंतःस्रावी ग्रंथियाँ शरीर के विभिन्न कार्यों का विनियमन करती हैं।
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